शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

कौरा  : पुं० [सं० कोल, क्रोड़] [स्त्री० कौरी] दरवाजे के इधर-उधर के वे भाग जिनसे खुले हुए किवाड़ों का पिछला भाग सटा रहता है। मुहावरा—कौरे लगना=(क) कोई बात चुपचाप सुनने या किसी की आहट के लिए द्वार के कोने में छिप कर खड़ा होना। (ख) किसी की घात में छिप कर रहना। (ग) रूठकर या मुँह फुलाकर दूर या अलग होना। पुं० [हिं० कौर=ग्रास] कुत्तों, अंत्यजों आदि को दिया जानेवाला भोजन का अंश। पुं० =कौड़ा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ