शब्द का अर्थ
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					खुर					 :
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					पुं० [सं०√खुर् (काटना)+क; पा० प्रा० खुर, छुर; बँ० उ० पं० गु० खुर; मरा० खूर] १. सींगनेवाले पशुओं के पैरों का अगला सिरा जो प्रायः गोल तथा बीच में फटा हुआ होता है। टाप। सुम। २. चारपाई या चौकी के पाये का निचला छोर जो पृथ्वी पर रहता है। ३. नख नामक गंध-द्रव्य।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरक					 :
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					स्त्री० [हिं० खुटका] १. खटका। अंदेशा। उदाहरण–सुआ न रहै खुरुक जिअ, अबहिं काल सो आउ।–जायसी। २. चिंता। सोच। स्त्री० =खुजली। पुं० [सं० खुर्√कै (चमकना)+क] १. तिल का पेड़। २. एक प्रकार का नृत्य।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरक राँगा					 :
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					पुं० [हिं० खुरक+राँगा] एक प्रकार का नरम और सफेद राँगा जो जल्दी गल जानेवाला होता है। हिरनखुरी राँगा। विशेष-वैद्यक में यह भस्म बनाने के लिए अच्छा माना जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरका					 :
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					पुं० [देश०] एक प्रकार की घास।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरखुर					 :
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					पुं० [अनु०] वह शब्द जो गले या नाक में बलगम आदि अटकी या फँसी रहने के कारण साँस लेते समय होता है। घर घर शब्द।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरखुरा					 :
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					वि० [सं० क्षुर=खरोचना] जिसके ऊपरी तल पर ऐसे कण या रवें हों जो छूने या हाथ फेरने से गड़े। ‘चिकना’ का विपर्याय। खुरदुरा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरखुराना					 :
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					अ० [हिं० खुरखर अनु०] १. खुरखुर शब्द होना। जैसे– गला खुरखुराना। २. छूने में खुरखुरा या ऊबड़-खाबड़ लगना। स० खुरखुर शब्द उत्पन्न करना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरखुराहट					 :
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					स्त्री० [हिं० खुरखुर] १. खुरखुराने की क्रिया या भाव। खुरखुरे होने की अवस्था या भाव। कुरदरापन। ३. साँस लेने के समय गले में से कफ के कारण होनेवाला खुरखुर शब्द।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरचन					 :
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					स्त्री० [हिं० खुरचना] १. खुरचने की क्रिया या भाव। २. कड़ाही, तसले आदि में से पकी या बनी हुई वस्तु निकाल लेने के बाद उसमें बचा तथा चिपका हुआ उस वस्तु का वह अंश जो खुरचकर निकाला जाता है। ३. एक विशेष प्रकार से बनाई हुई रबड़ी जो कहाड़ी में से खुरजकर निकाली जाती है। ४. किसी वस्तु का बचा खुचा या अन्तिम अंश जैसे–स्त्रियाँ अपनी अन्तिम संतान को पेट की खुरचन कहती हैं। ५. वह उपकरण जिससे कहाड़ी, तसले आदि में से कोई चीज खुरचकर निकाली जाती है। खुरचनी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरचना					 :
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					स० [सं० क्षुरण] १. कहाड़ी, तसले आदि में चिपका तथा लगा हुआ किसी वस्तु का अंश किसी उपकरण अथवा चम्मच आदि से रगड़कर निकालना। २. किसी नुकीली वस्तु को किसी दूसरी वस्तु पर इस प्रकार रगड़ना कि वह दूसरी वस्तु कुछ छिल जाए। जैसे– नाखून से मांस खुरचना, कील से लकड़ी खुरचना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरचनी					 :
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					स्त्री० [हिं० खुरचना] कोई चीज खुरचने का उपकरण या औजार। जैसे–कसेरों या चमारों की खुरचनी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरचाल					 :
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					स्त्री० [हिं० खोटी+चाल] १. किसी को चिढ़ाने या कष्ट पहुँचाने के लिए चली जानेवाली दुष्टतापूर्वक चाल। २. किसी काम में व्यर्थ की जानेवाली आपत्ति या डाली जानेवाली बाधा। ३.दुष्टता। पाजीपन।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरचाली					 :
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					वि० [हिं० खुरचाल] १. जो जान-बूझकर दूसरों को चिढ़ाता अथवा परेशान करता हो। खुरचाल करनेवाला। २. पाजी। दुष्ट।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरजी					 :
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					स्त्री० [फा०] गधे, घोड़े, बैल आदि के पीठ पर रखा जाने वाला एक प्रकार का बड़ा झोला या थैला जिसमें सामान आदि भरा जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरंट					 :
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					पुं०=खुरंड।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरट					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खुर] एक रोग जिसमें पशुओं के खुर पक जाते हैं। खुर पकने का रोग। पुं० =खुरंड।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरंड					 :
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					पुं० [सं० क्षुर=खरोचना+अंड] घाव के सूखने पर उसके ऊपर जमनेवाली झिल्ली या पपड़ी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरतार					 :
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					स्त्री० [हिं० खुर+तार (प्रत्य०)] खुरवाले पशुओं के चलने से होनेवाला शब्द। खुरों या टोपों की ध्वनि। उदाहरण-बज्जहि हय खुरतार, गाल वज्जहि सु उंट भव।–चंदबरदाई।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरथी					 :
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					स्त्री० दे० ‘कुलथी’। (कदन्न)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरदरा					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० खुर+दर अनु०] जिसकी सतह रुक्ष अथवा दानेदार हो। जैसे–खुरदरा कपड़ा। चिकना का विपर्याय।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरदा					 :
				 | 
				
					वि०=खुदरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरदायँ					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खुर+दाना] कटी हुई फसल में से भूसा और अन्न के दाने अलग-अलग करने के लिए बैलों से कुचलवाने या रौदवाने का काम। खुरों के द्वारा होनेवाली दँवाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरदारी					 :
				 | 
				
					पुं० [फा० खुर+दाद] भालू का जुलाब। (कलंदरों की बोली)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरपका					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खुर+पकना] गाय, भैसों आदि के पकने का रोग।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरपा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षुरप्र, प्रा० खुप्प] [स्त्री० अल्पा० खुरपी] १. लोहे का मुठियादार एक छोटा उपकरण जिससे जमीन खोदी गोड़ी जाती हैं। २. उक्त आकार प्रकार का घास छीलने का एक छोटा उपकरण। पद-खुरपा जाली=घास छीलने और उसका गट्टर बाँधने का उपकरण। ३.चमारों या मोचियों का वह उपकरण जिससे वे चमड़ा छीलकर साफ करते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरफ					 :
				 | 
				
					पुं० [फा० खुरफा] कुलफा नामक साग।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरबंदी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] घोड़े, बैल आदि के खुरों में नाल जड़ने का काम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरमा					 :
				 | 
				
					पुं० [ अ० खुर्म] १. छुहारा नामक सूखा फल। २. एक प्रकार का पकवान जो मीठा भी बनता है और नमकीन भी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरयाऊ					 :
				 | 
				
					पुं० [देश०] एक प्रकार का फाग जो बुंदेलखंड में गाया जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					खुरली					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०खुर√ला (लेना)+क+ङीष्] १. सेना का युद्धाभ्यास। २. अभ्यास करने का स्थल। स्त्री० [पं०] वह नाँद जिसमें पशुओं को चारा खिलाया जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरसीटा					 :
				 | 
				
					पुं०=खुरपका (रोग)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरहर					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खुर+हा(प्रत्य०)] [स्त्री० अल्पा०खुरहरी] १. जमीन पर पड़ा हुआ गौओं, घोड़ों आदि के खुरो का चिन्ह्न या निशान। खुर की छाप। २. उक्त प्रकार के चिन्ह्नों से बना हुआ वह जंगली मार्ग जिस पर पशु चलते है। ३. पगडंडी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरहरा					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० खुरखुर से अनु०] [स्त्री० खुरहरी] १. जो ऊपर से चिकना न हो। खुरदरा। २. (खाट या पलंग) जिस पर बिस्तर न छिपा हो और इसी लिए जिस पर रस्सी या सुतली शरीर में गड़ती या चुभती हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरहा					 :
				 | 
				
					पुं०=खुरपका (पशुओं का रोग)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरहुर					 :
				 | 
				
					पुं०=खुरहर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरहुरी					 :
				 | 
				
					[सं० क्षुद्रफली>खुद्दहुली>खुरहरी] १. एक प्रकार का फलदार वृक्ष जिसे खेनन घूईं आदि भी कहते हैं। उदाहरण–नरियर फरेफरी खुरहुरी।–जायसी। २. उक्त वृक्ष का फल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरा					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खुर] १. खुरपका। (दे०) २. लोहे का वह काँटा जो हल के फाल में जड़ा रहता है। ३. वह पक्की चौकोर जमीन जो नालियों या मोरियों के ऊपरी भाग पर पानी आदि गिराने के लिए होती है।(पश्चिम)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराई					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० खुर] वह रस्सी जिसमें पशुओं के अगले या पिछले दोनों पैर इसलिए बाँध दिये जाते हैं कि वह भागने न पावें।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराक					 :
				 | 
				
					पुं० [फा० खूराक] १. वह जो कुछ खाया जाए। खाद्य पदार्थ। भोजन। जैसे– आदमियों की खुराक अलग होती है और जानवरों की अलग। २. भोजन की उतनी मात्रा जितनी एक बार अथवा एक दिन में काई जाए। ३.किसी वस्तु की उतनी मात्रा जितनी एक बार में लेनी उचित या उपयुक्त हो। जैसे–दवा की खुराक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराकी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] १. भोजन आदि की सामग्री। २. भोजन करने अथवा भोजन आदि की सामग्री लेने के लिए दिया जानेवाला धन। वि० जिसकी खुराक बहुत अधिक हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराघात					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० खुर-आघात, तृ० त०] खुर से किया हुआ आघात या प्रहार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराफात					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अ० खुराफात का बहुवचन] १. बहुत ही भद्दी बातें। २. गाली-गलौज। मुहावरा–खुराफात बकना=गंदी या बेहूदी बातें कहना। ३. ऐस काम या बात जिससे किसी के दूसरे के काम में बाधा पड़ती हो, किसी की परेशानी बढ़ती हो या कोई उपद्रव खड़ा होता हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराफाती					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० खुराफात] १. खुराफात-संबंधी। २. खुराफात के रूप में होनेवाला। पुं० वह जो प्रायः कुछ न कुछ खुराफात करता रहता हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरायला					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खुर+आयल] ऐसा जोता हुआ खेत जिसमें अभी बीज न बोयें गये हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरालिक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० खुर-आलि, ष० त० खुरालि√कै(प्रतीत होना)+क] १. लोहे का तीर। २. तकिया। ३.उस्तरा, कैंची आदि रखने की नाइयों की थैली। किसबत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरासान					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] [ वि० खुरासानी] फारस देश का एक प्रदेश या भूभाग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरासानी					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] १. खुरासान-संबंधी। २. खुरासान प्रदेश में रहने अथवा होनेवाला। पुं० खुरासान का निवासी। स्त्री० खुरासान की बोली या भाषा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुराही					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० खुर+फा० राह] १. जमीन पर पड़े हुए गौओं, घोड़ों आदि के खुरों के चिन्हों आदि से बना हुआ मार्ग। २. रास्ते पर ऊँचानीचा पन सूचित करनेवाला एक शब्द। (कहारों की भाषा)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरिया					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा० (आब) खोरा] १. कटोरी। छोटी प्याली। २. घुटने पर की गोल हड्डी। चक्की।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० खुर] १. खुर या टाप का चिन्ह या छाप। सुम का निशान। मुहावरा–खुरी करना=(क) चलने के लिए आतुर होनेपर घोड़े, बैल आदि सुमवाले पशुओं का पैर से जमीन खोदना। (ख) जल्दी मचाना। (व्यंग्य)। २. उपद्रव। ३. दुष्टता। पाजीपन। स्त्री० [?] बहते हुए पानी की वह जहरदस्त धार जिसके विपरीत नाव न चल सके। (मल्लाह)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरुक					 :
				 | 
				
					स्त्री० दे० ‘खुरक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरुचना					 :
				 | 
				
					अ० =खुरचना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरुचनी					 :
				 | 
				
					वि०=खुरचनी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरुहरा					 :
				 | 
				
					वि०=खुरहरा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरुहुरी					 :
				 | 
				
					स्त्री० दे० ‘खुरहुरी’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरू					 :
				 | 
				
					पुं० दे० ‘खुरी’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरूक					 :
				 | 
				
					स्त्री० [देश०] नारियल में की गरी। (बुंदेल०)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुरैरा					 :
				 | 
				
					वि० [स्त्री० खुरैरी]=खुरहरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्द					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] छोटा। लघु। ‘‘कलाँ’’ का उल्टा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्दबीन					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] वह यंत्र जिसके द्वारा देखने पर छोटी चीजें बड़ी दिखाई पड़ती हैं। सूक्ष्मदर्शक यंत्र। (माइक्रोस्कोप)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्दबुर्द					 :
				 | 
				
					क्रि० वि० [फा०] जो खा-पकाकर समाप्त या बहुत बुरी तरह से नष्ट-भ्रष्ट कर दिया गया हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्दा					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [फा० खुर्दः]खाया हुआ। भक्षित। पुं० छोटी मोटी चीज। साधारण या तुच्छ वस्तु। वि० दे० ‘खुदरा’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्दुनी					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] खाने योग्य। (वस्तु)। स्त्री० खाई जानेवाली वस्तु। खाद्य पदार्थ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्रम					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] १. ताजा। २. प्रसन्नचित। खुश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्रमगाह					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अ+फा०] राजाओं आदि का शयनागार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्राट					 :
				 | 
				
					वि० [देश०] १. बड़ा-बूढ़ा। वृद्ध। २. बहुत अनुभवी। ३.चालाक तथा चालबाज। धूर्त। काइयाँ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्रांटा					 :
				 | 
				
					पुं० दे० ‘खर्राटा’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खुर्संद					 :
				 | 
				
					वि० [फा०] १. जो कोई बात मानने के लिए तैयार हो गया हो। राजी। २. प्रसन्न।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |