शब्द का अर्थ
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					खुरहर					 :
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					पुं० [हिं० खुर+हा(प्रत्य०)] [स्त्री० अल्पा०खुरहरी] १. जमीन पर पड़ा हुआ गौओं, घोड़ों आदि के खुरो का चिन्ह्न या निशान। खुर की छाप। २. उक्त प्रकार के चिन्ह्नों से बना हुआ वह जंगली मार्ग जिस पर पशु चलते है। ३. पगडंडी।				 | 
			
			
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					खुरहरा					 :
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					वि० [हिं० खुरखुर से अनु०] [स्त्री० खुरहरी] १. जो ऊपर से चिकना न हो। खुरदरा। २. (खाट या पलंग) जिस पर बिस्तर न छिपा हो और इसी लिए जिस पर रस्सी या सुतली शरीर में गड़ती या चुभती हो।				 | 
			
			
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