शब्द का अर्थ
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जाती :
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स्त्री० [सं०√जन् (उत्पत्ति)+क्तिन्-ङीष्] १. चमेली। २. मालती। ३. जायफल। ४. छोटा आँवला। पुं० [?] हाथी। (डिं०) स्त्री०=जाति। वि० [सं० जातीय से फा० जाती] १. स्वयं अपना निजी। २. व्यक्तिगत। |
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जाती-कोश(ष) :
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पुं० [ष० त०] जायफल। |
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जाती-पत्री :
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स्त्री० [ष० त०] जावित्री। |
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जाती-फल :
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पुं० [मध्य० स०] जायफल। |
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जाती-रस :
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पुं० [ब० स०] बोल नामक गंध द्रव्य। |
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जातीपूग :
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पुं० [ष० त०] जायफल। |
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जातीय :
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वि० [सं० जाति+छ-ईय] १. जाति संबंधी। जाति का। २. जाति में होनेवाला। ३. सारी जाति अर्थात् राष्ट्र या समाज का। (नैशनल)। |
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जातीयता :
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स्त्री० [सं० जातीय+तल्-टाप्] १. जाति का भाव। २. किसी जाति के आदर्शों, गुणों, मान्यताओं, विचारधाराओं आदि की सामूहिक संज्ञा। जैसे–प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जातीयता का अभिमान होना चाहिए। |
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