शब्द का अर्थ
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संजीव :
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पुं० [सं०] १. मरे हुए को फिर से जिलाना। पुनः जीवन देना। २. वह जो मरे हुए को फिर से जीवित करता हो। ३. बौद्धों के अनुसार एक नरक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संजीवक :
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वि० [सं० सम्√जीव् (जिलाना)+ण्वुल्-अक] पुनर्जीवित करने वाला। नया जीवन देने वाला। |
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समानार्थी शब्द-
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संजीवकरणी :
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स्त्री० [सं०] १. एक कल्पित बूटी जिसके द्वारा मृत को फिर से जीवित किया जाता था। २. एक प्रकार की विद्या जिसके प्रभाव से मृत प्राणी फिर से जीवित किया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संजीवन :
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पुं० [सं० सम्√ जीव् (जीवित करना)+ल्युट्-अन] १. भली-भाँति जीवन व्यतीत करने की क्रिया। अच्छी तरह जीवित रहना या जीवन बिताना। २. पुनर्जीवित करना। नया जीवन देना। मनु-स्मृति के अनुसार। एक नरक। वि० जीवन देने या जिलाने वाला। |
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समानार्थी शब्द-
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संजीवनी :
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स्त्री० [सं० संजीवन-ङीष्] १. पुनर्जीवित करने वाली एक कल्पित ओषधि। २. पुनर्जीवित करने की एक विद्या। |
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संजीवनी-बूटी :
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स्त्री० [सं० संजीवनी+हिं० बूटी] १. रुदंती। रुद्रवंती। २. दे० ‘सजीवनी’। |
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संजीवित :
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भू० कृ० [सं० सम√जीव् (जीवित रखना+क्त) १. जो मर जाने पर फिर से जीवित किया गया हो। २. संजीवनी द्वारा जिसे पुनर्जीवित किया गया हो। |
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संजीवी (विन्) :
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वि० [सं० सम्√जीव् (जीवित करना)+णिनि] मृत को जीवित करने वाला। |
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