शब्द का अर्थ
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संतत :
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अव्य० [सं०] निरंतर। बराबर। लगातार। वि० १. फैला या फैलाया हुआ। विस्तृत। २. लगातार चलता या बना रहने वाला। जैसे—संतत ज्वर, संतत वर्षा। स्त्री०=संतति।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संतति :
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स्त्री० [सं०] १. फैलाव। विस्तार। २. किसी काम या बात का लगातार होता रहना। ३. बाल-बच्चे। संतान। औलाद। ४. प्रजा। रिआया। ५. गोत्र। ६. झुंड। दल। ७. मार्कंडेय पुराण के अनुसार ऋतु की पत्नी जो दत्त की कन्या थी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संतति-होम :
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पुं० [सं० मध्यम० स०] एक प्रकार का यज्ञ जो संतान की कामना से किया जाता था। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |