शब्द का अर्थ
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					संभक्त					 :
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					भू० कृ० [सं० सम्√भज् (भाग करना)+क्त] [भाव० संभक्ति] १. बँटा हुआ। विभक्त। २. भाव या हिस्सा पाने या लेने वाला। ३. भोग करने वाला। पुं० अच्छा और पूरा भक्त।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संभक्ति					 :
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					स्त्री० [सं० सम्√भज् (भाग करना)+क्तिन्] १. विभाजन। २. विभाग। ३. उपभोग। ४. उत्तम और पूरी भक्ति।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |