शब्द का अर्थ
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संवीत :
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भू० कृ० [सम्√वृ (संवरण करना)+क्त-य-इए] १. ढ़का हुआ। आवृत। २. कवच द्वारा सुरक्षित किया हुआ। ३. जो कुछ पहने हो। ४. रुका हुआ। रुद्ध। ५. जो दिखाई न दे रहा हो। अदृष्य। लुप्त। ६. देखकर भी अनदेखा किया या टाला हुआ। पुं० पहनने के कपड़े। परिच्छद। पोशाक। २. सफेद कटभी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संवीती :
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वि० [सं० संवीत+इनि] जो यज्ञोपवीत पहने हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |