शब्द का अर्थ
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संस्ताव :
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पुं० [सं० सम्√स्तु (स्तुति करना)+घञ] १. यज्ञ में सतुति करने वाले ब्राह्मणों के बैठने का स्थान। २. प्रशंसा। स्तुति। ३. जान-पहचान। परिचय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संस्ताव्य :
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वि० [सम्√स्तु (प्रशंसा करना)+विच्+यत्] प्रशंसनीय। जिसका या जिसके संबंध में संस्तवन हो सकता हो। (कॉमेंडेबिल) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |