शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					सख्य					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] १. सखा होने की अवस्था या भाव। २. मित्रता। दोस्ती। ३. बराबरी। समानता। ४. वैष्णव धर्म में भक्ती का वह प्रकार या रूप जिसमें भक्त अपने ईष्टदेव को अपना सखा मानकर उसकी आराधना या उपासना करता है। (नौ प्रकार की भक्तियों में से एक)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सख्यता					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सख्य+तल्—टाप]=सख्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |