शब्द का अर्थ
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सगा :
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वि० [सं० स्वक्] [स्त्री० सगी] [भाव० सगापन] १. एक ही माता से उत्पन्न। सहोदर। संबंध या रिश्ते में अपने ही कुल या परिवार का। जैसे—सगा चाचा। पुं०=सगापन। उदा०—स्वारथ को सबको सगा, जग सगला ही जाणि।—कबीर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सगाई :
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स्त्री० [हिं० सगा+आई (प्रत्य०)] १. सगे होने का भाव। सगापन। २. घनिष्ठ पारिवारिक संबंध। नाता। रिश्ता। उदा०—देखहु लोग हरि कै सगाई। माय घरैं पुत्र धिया संग जाई।—कबीर। ३. आत्मीयता और घनिष्ता का संग-साथ। उदा०—परिहरि झूठा करि सगाई।—कबीर। (ख) सबसों ऊँची प्रेम सगाई।।—सूर। ४. बिलकुल एक से या एक वर्ग के होने की अवस्था या भाव। जैसे—बैन सगाई=वर्ण मैत्री का अनुप्रास। ५. विवाह का निश्चय। मँगनी। ६. विधवा स्त्री के साथ पुरुष का वह संबंध जो कुछ जातियों में विवाह के समान ही माना जाता हो। ७. संबंध। नाता। रिश्ता। |
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समानार्थी शब्द-
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सगापन :
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पुं० [हिं० सगा+पन (प्रत्य०)] सगा होने की अवस्था या भाव। |
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सगाबी :
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स्त्री० [फा० सग+आबी] ऊद-बिलाव नामक जंतु। |
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सगारत :
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स्त्री० [हिं० सगा+आरत (प्रत्य०)] सगा होने का भाव या सगापन। |
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