शब्द का अर्थ
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सपरना :
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अ० [सं० संपादन, प्रा० संपाड़न] १. किसी काम का पूरा होना। समाप्त होना। निबटना। मुहा—(व्यक्ति का) सपर जाना=मर जाना। परलोकगत होना। २. काम किया जा सकना। हो सकाना। जैसे—यह काम तो हमसे नहीं सपरेगा। ३.सां धंधे आदि से निवृत होना। निपटना। ४. किसी काम की तैयारी के लिए पहले और कामों से निवृत होना। जैसे—वह सबेरे से मेले में चलने के लिए सपर रहें हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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