शब्द का अर्थ
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सप्तर्षि :
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पुं० [सं० कर्म० स०] १. सात प्राचीन ऋषियों का समूह। या मंडल। विशेष- (क) शतपथ ब्राह्मण के अनुसार ये सात ऋषी—गौतम, भरद्वाज, विश्वामित्र, यमदग्नि, वसिष्ठ, कष्यप और अत्रि हैं। (ख) महाभारत के अनुसार ये सात ऋषी—मरीचि, अत्रि, अंगिरा, पुलह, क्रतु, पुलस्त्य और वसिष्ठ हैं। २. उत्तरी आकाश में के सात तारों का एक प्रसिद्ध मंडल या समूह जो रात में ध्रुव तारे की आधी परिक्रमा करता हुआ दिखाई देता है। (उर्सा मेजर)। विशेष—वास्तव में ये सात तारे एक बड़े नक्षत्र पुंज के (जिसमें कुल मिलाकर ५३ दृश्य नक्षत्र हैं) अंग या उसके अंतर्गत हैं जो पुराणानुसार ध्रुव की परिक्रमा करते हुए कहे गये हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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