शब्द का अर्थ
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साष्टांग :
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वि० [सं० तृ० त०] आठों अंगों से युक्त। क्रि० वि० आठों अंगों से। जैसे—साष्टाँग प्रणाम करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
साष्टांग-प्रणाम :
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पुं० [सं०] सिर, हाथ, पैर० हृदय, आँख, जाँघ, वचन और मन इन आठों से युक्त होकर और जमीन पर सीधा लेटकर किया जाने वाला प्रणाम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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