शब्द का अर्थ
|
कर्त्तव्य :
|
[सं०√कृ (करना) +तत्यत्] १. ऐसा काम जो किया जाने को हो या किये जाने के योग्य हो। २. ऐसा काम जो किया जाने को हो या किये जाने के योग्य हो। २. ऐसा काम जिसे पूरा करना अपने लिए परम आवश्यक और धर्म के रूप में हो। ३. ऐसा कृत्य जिसे संपादित करने के लिए लोग विधान या शासन द्वारा बँधे हों। (ड्यूटी, दिन करने के लिए लोग विधान या शासन द्वारा बँधे हों। (ड्यूटी, उक्त सभी अर्थों मे) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कर्त्तव्य-विमूढ़ :
|
वि० [सं० त०] (व्यक्ति) जिसे अपने कर्त्तव्य का कुछ भी ज्ञान न हो। जो यह न समझे कि क्या करना चाहिए। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कर्त्तव्यता :
|
स्त्री० [सं० कर्त्तव्य+तल्—टाप्] कर्त्तव्य का भाव या स्थिति। २. कर्म-कांड करानेवाले ब्राह्मण को दी जानेवाली दक्षिणा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |