शब्द का अर्थ
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खगना :
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अ० [हिं० खाँग=काँटा] १. गड़ना। २. चित्त में जमना या बैठना। ३. लीन होना। ४. अंकित या चिह्नित होना। ५. खड़ा होना। उदाहरण–सखि सूधे सभाय लख्यो भज जात सो टेढ़ो ह्वै मारग बीच खग्यौ।–घनानन्द। ६. अड़ना। ७. उलझना। फँसना। उदाहरण–न्हात रहीं जल मैं सब तरुनी, तब तुव नैना कहाँ खगे।–सूर। ८. कसा जाना। स.१. कसना। २. बाँधना। ३. लीन करना। अ० [सं० क्षीण] १. क्षीण होना। कम होना। घटना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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