शब्द का अर्थ
|
खचर :
|
पुं० [सं० ख√चर् (गति)+ट] १. आकाश में चलनेवाले पदार्थ, प्राणी आदि। जैसे–ग्रह, नक्षत्र, देवता, मेघ, वायु, आदि। २. पक्षी। चिड़िया। ३. तीर। वाण। ४. राक्षस। ५. संगीत में रूपक ताल का एक नाम। ६. कसीस। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खचरा :
|
वि० [हिं० खच्चर] १. दोगला या वर्ण-संकर। २. दुष्ट। पाजी। ३. जो कोई बात जानते हुए भी बतलाता न हो। मचला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|