शब्द का अर्थ
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खजा :
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स्त्री० [सं०√खज्+अप्+टाप्] १. मथानी। २. प्रतियोगिता। ३.युद्ध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खजाना :
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पुं० [ अ० ख़जानः] १. किसी व्यक्ति, संस्था आदि की संचित धनराशि। (ट्रेजर) २. वह स्थान जहाँ पर संचित की गई धनराशि रखी जाती है। (ट्रेजरी) ३. वह भवन या स्थान जहाँ किसी राज्य या संस्था की आय का धन रहता है और जहाँ से व्यय के लिए धन निकलता है। (ट्रेजरी) ४ कर या राजस्व जो खजाने में जमा करना पड़ता है। ५. वह स्थान जहाँ पर कोई चीज बहुत अधिकता में पाई जाती अथवा होती है। भांडार। मुहावरा–खुले खजाने=सबके सामने या देखते हुए। खुलेआम। खुलकर। ६. किसी उपकरण या उपयोग में आने वाली वस्तु का वह विशिष्ट अंश या विभाग जिसमें उसकी आवश्यक सामग्री भरकर रखी जाती है। जैसे–(क) बन्दूक का खजाना अर्थात वह जगह जिसमें बारूद भरी जाती है। (ख) लालटेन का खजाना, जिसमें तेल भरा जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |