शब्द का अर्थ
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खलना :
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अ० [सं० खर=तीक्ष्ण] १. अनुचित, अप्रिय या कष्टदायक प्रतीत होना। दूषित या बुरा जान पड़ना। अखरना। २. नेत्रों को भला प्रतीत न होना। ठीक प्रकार से न जँचना या न फबना। खटकना। स० किसी धातु को इस प्रकार खाली अर्थात् पोला करना कि वह झुक या मुड़ न सके। (सोनार) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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