शब्द का अर्थ
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खल्ल :
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पुं० [सं०√खल्+क्विप्,खल्√ला (लेना)+क] १. प्राचीन काल का एक प्रकार का कपड़ा। २. चमड़ा। ३. चमड़े की बनी हुई मशक। ४. चातक पक्षी। ५. औषध को खरल में डालकर घोंटने या पीसने की क्रिया। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खल्लड़ :
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पु० [सं० खल्ल, हिं खाल] १. मृत पशु की उतारी हुई खाल। २. चमड़े की मशक या थैला। ३. औषध, मसाले आदि कूटने का खरल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खल्ला :
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पुं० [हिं० खाली] १. नृत्य में यह दिखलाने की क्रिया कि हमारा पेट खाली है। २. बिना साफ की हुई खाल से बनाया हुआ जूता। पुं०=खलियान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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खल्लासर :
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पु० [सं० ?] ज्योतिष में एक प्रकार का योग। |
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खल्लिका :
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स्त्री० [सं० खल्ल+कन्-टाप्,इत्व] कड़ाही। |
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खल्ली :
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पुं० [सं० खल्ल+ङीष्] एक प्रकार का बात रोग जिसमें हाथ पाँव मुड़ जाते हैं। स्त्री०=खली (तेलहन की)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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खल्लीट :
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पुं० वि०=खल्वाट। |
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