शब्द का अर्थ
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खाँच :
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-स्त्री० [हिं० खाँचना] १. खाँचने की क्रिया या भाव। २. खाँचने के कारण बननेवाला चिन्ह्र या निशान। ३. दो वस्तुओं के बीच का जोड़। संधि। ४. दे० ‘खचन’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं० =खाँचा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खाँचना :
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स० [सं० खचन] [ वि० खँचैया] १. अंकित करना। चिन्ह्र बनाना। खींचना। २. जल्दी-जल्दी घसीटकर और भद्दी तरह से लिखना। ३. चिन्ह्र या निशान लगाना। ४. खचित या अच्छी तरह से युक्त करना। उदाहरण–सूरदास राधिका सयानी रूप रासि रस खाँची।–सूर। ५. दृढ़तापूर्वक कोई प्रतिज्ञा करना या बात कहना। उदाहरण–जानहुँ नहिं कि पैज पिय खाँचो।–जायसी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खाँचा :
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पुं० [हिं० खाँचना] [स्त्री० अल्पा० खँचिया, खाँची] १. किसी चीज में खोदकर बनाया हुआ कुछ गहरा और लंबा निशान। २. पतली टहनी आदि का बना हुआ बड़ा टोकरा। झावा। ३.बड़ा पिंजरा। |
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समानार्थी शब्द-
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खाँची :
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स्त्री० [हिं० खाँचा] छोटा खाँचा। खँचिया। |
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समानार्थी शब्द-
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