शब्द का अर्थ
|
खींच :
|
स्त्री० [हिं० खींचना] १. खींचने या खिंचे हुए होने की अवस्था या भाव। २. खींच-तान (दे०)। उदाहरण–अति सोक सोच संकोच के खींच-बीच नरपति परे।–रत्ना०। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खींच :
|
स्त्री० खिचड़ी। उदाहरण–करमाबाई को खीच अरोग्यो होइ परसण पावंद।–मीराँ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खींच-तान :
|
स्त्री० [हिं० खींचना+तानना] १. किसी वस्तु को विभिन्न दिशाओं की ओर विभिन्न पक्षों द्वारा एक साथ खींचकर ले जाने की क्रिया या प्रयास। २. व्यक्तियों का एक दूसरे के विरुद्ध किया जानेवाला उद्योग या प्रयत्न। ३. किसी बात या वाक्य के अर्थ का आशय का बलपूर्वक किसी एक ओर खींचा या ताना जाना। शब्द या वाक्य का जबरदस्ती साधारण से भिन्न कोई दूसरा अर्थ लगाया जाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खींचना :
|
स० [सं० कृष्, प्रा० खंच, ब० खेंचा, पं० खैच, गु० खेचवूँ, का० खंझून, मरा० खेचणें] १. किसी वस्तु को बलपूर्वक अपनी ओर लाना। जैसे–हवा में से पतंग या कुएँ में से बाल्टी खींचना। २. किसी को अपने साथ लेते हुए आगे बढ़ना। जैसे–घोड़ा गाड़ी खींचता है। ३. किसी वस्तु या स्थान में स्थित कोई दूसरी वस्तु बलपूर्वक बाहर निकालना। जैसे– म्यान से तलवार खींचना। ४. किसी को दूसरे पक्ष में से अपने पक्ष में मिलाना। ५. किसी वस्तु में का तत्त्व, सार या सुगंध निकालना। जैसे– इत्र खींचना। ६. भभके से अर्क, शराब आदि चुआना। ७. चूसना। सोखना। जैसे– मक्के की रोटी बहुत घी खींचती है। ८. किसी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करना। अपनी ओर उन्मुख करना। जैसे– इस पुस्तक ने विद्वानों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। ९. कलम, पेन्सिल आदि से अंकित या चित्रित करना। जैसे– लकीर खीचंना। १॰. अनुकृति आदि के रूप में उतारना या बनाना। जैसे– फोटो या चित्र खींचना। ११. कौशलपूर्वक किसी के अधिकार से कोई चीज निकालकर अपने हाथ में करना। जैसे– किसी से रुपये खीचना। १२. व्यापारिक क्षेत्र में, खपत या बिक्री का माल अधिक मात्रा या मान में मँगाना या अपने अधिकार में करना। जैसे– दूसरे महायुद्द में अमेरिका ने संसार का सारा सोना खींच लिया था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खींचाखींची :
|
स्त्री०=खींच-तान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खींचातान :
|
स्त्री०=खींच-तान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खींचातानी :
|
स्त्री०=खींच-तान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |