शब्द का अर्थ
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खीझ :
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स्त्री० [हिं० खीझना] १. खीझने की अवस्था, क्रिया या भाव। २. ऐसी बात, जिससे कोई खीझे। चिढ़ानेवाली बात। मुहावरा–(किसी की) खीझ निकालना=किसी को खूब चिढ़ाने वाली कोई बात ढूँढ़ निकालना या पैदा करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खीझना :
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अ० [सं० खिद्यते, प्रा० खिज्जइ] किसी अप्रिय या अरुचि कर कार्य, बात, व्यवहार आदि का प्रतिकार न कर सकने पर उससे खिन्न होकर झुँझलाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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