शब्द का अर्थ
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खेदा :
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पुं० [हिं० खेदना] १. जंगली हाथियों के झुंड पकड़ने की वह क्रिया या ढंग जिसमें वे चारों ओर से खेद या खदेड़कर लट्ठों के बनाये हुए घेरे के अन्दर लाकर फँसाये या बन्द किये जाते हैं। २. चीते, शेर आदि हिंसक पशुओं का शिकार करने के लिए उनको उक्त प्रकार से खदेड़ और घेरकर किसी निश्चित स्थान पर लाने की क्रिया या ढंग। ३. आखेट। शिकार। (क्व०) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
खेदाई :
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स्त्री० [हिं० खेदना] खेदने की क्रिया, भाव या मजदूरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |