शब्द का अर्थ
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झाड़ू :
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पुं० [हिं० झाड़ना] १. लंबी सीकों आदि का वह मुट्ठा जिससे फर्श पर पड़ा हुआ कूड़ा-करकट, धूल आदि साफ करते हैं। क्रि० प्र०–देना।–लगाना। मुहावरा–झाड़ू देना=(क) झाड़ू की सहायता से जमीन या फर्श पर का कूड़ा करकट साफ करना। (ख) इस प्रकार सब कुछ नष्ट करना कि कुछ भी बाकी न रह जाय। झाडू फिरना=ऐसा अपव्यय या नाश होना कि कुछ भी बाकी न बच रहे। झाड़ू फेरना=पूरी तरह नाश करके कुछ भी बाकी न रहने देना। पूरा सफाया करना। (किसी को) झाड़ू मारना=बहुत ही उपेक्षा तथा तिरस्कारपूर्वक दूर हटाना। (स्त्रियाँ) जैसे–झाड़ू मारो ऐसे धोबी (या नौकर) को। ० दुमदार सितारा। पुच्छलतारा। धूम-केतु। |
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समानार्थी शब्द-
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झाड़ूदुमा :
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पुं० [हिं० झाड़+फा० दुम] हाथी, जिसकी दुम के बाल झाडू के अगले भाग की तरह छितरे या फैले हुए हों। ऐसा हाथी ऐबी माना जाता है। |
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झाड़ूबरदार :
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पुं० [हिं० झाड़+फा० बरदार] [भाव० झाड़बरदारी] १. वह सेवक जो घर में झाड़ू लगाता हो। २. गलियों में और सड़कों पर झाड़ू देनेवाला मेहतर। |
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