तड़प/tadap

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शब्द का अर्थ

तड़प  : स्त्री० [हिं० तड़पना] १. तपड़ने की अवस्था, क्रिया या भाव। छटपटाहट। २. सहसा कुछ समय के लिए उत्पन्न होनेवाली चमक। भड़क। जैसे–पन्ने या हीरे की तड़प।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
तड़पदार  : वि० [हिं० तड़प+फा० दार] चमकीला। भड़कीला।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
तड़पन  : स्त्री०=तड़प।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
तड़पना  : अ० [सं० तप] १. असह्य शारीरिक पीड़ा होने पर छटपटाना। जैसे–दरद के मारे तड़पना। २. कोई काम करने के लिए आवश्यकता के अधिक अधीर या बेचैन होना। जैसे–किसी से मिलने या कुछ कहने के लिए तड़पना। ३. आवेश के कारण सहसा जोरों से बोलने लगना। ४. जोर से उछलना। जैसे–शेर का तड़पना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
तड़पाना  : स० [हिं० तड़पना का स० रूप] [प्रे० क्रि० तड़पवाना] १. किसी को बहुत अधिक मानसिक या शारीरिक कष्ट देकर तड़पने में प्रवृत्त करना। २. किसी को दिखाने के लिए बार-बार चमकाना। जैसे–अंगूठी या उसका हीरा तड़पाना। ३. तड़पने या उछलने में प्रवृत्त करना। जैसे–पटाके की आवाज करके सेर को तड़पाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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