पटाक/pataak

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पटाक  : स्त्री० [अनु०] किसी भारी चीज के गिरने,अथवा किसी चीज पर कठोर आघात लगने या लगाने से होनेवाला शब्द। जैसे—किसी के मुँह पर जोर से चपत लगाने से होनेवाला शब्द। पद—पटाक-पटाक=निंरतर पटाक शब्द करते हुए।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पटाका  : पुं० [हिं० पटाक ] १. पट या पटाक से होनेवाला जोर का शब्द। २. तमाचा। थप्पड़। क्रि० प्र०—जड़ना।—देना।—लगाना। ३. आतिशाबाजी की एक प्रकार की गोली जिसे जमीन पर पटकने से जोर का शब्द होता है। क्रि० प्र०—छूटना।—छोड़ना। ४. किसी प्रकार की आतिशबाजी में होनेवाला उक्त प्रकार का शब्द। ५. युवा तथा सुन्दर स्त्री० (बाजारू)। स्त्री० [सं०√पट् (गति)+आक,नि० टाप्] झंडा। ध्वजा। पताका।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पटाक्षेप  : पुं० [सं० पटा-आक्षेप,ष० त०] १. परदा गिरना या गिराना। २. रंगमंच पर अभिनय के समय नाटक का एक अंग पूरा हो जाने पर कुछ समय के लिए परदा गिरना, जो थोड़ी देर के अवकाश का सूचक होता है। ३. लाक्षणिक अर्थ में, किसी घटना या बात की होनेवाली समाप्ति। जैसे—चार वर्ष बाद युद्ध का पटाक्षेप हुआ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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