पृथक्करण/prthakkaran

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पृथक्करण  : पुं० [सं० पृथक्-करण, सुप्सुपा स०] १. पृथक् या अलग करने की क्रिया या भाव। २. किसी पदार्थ को काटकर उसके अंग अलग-अलग करना। ३. एक में मिली हुई बहुत सी वस्तुओं को छाँटकर उनके वर्ग या श्रेणियाँ बनाना। ४. अधिकार, पद आदि से हटाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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