भुगत/bhugat

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

भुगत  : स्त्री० [हिं० भुगतना] १. भुगतने की अवस्था या भाव। २. दे० ‘भुक्ति’। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
भुगतना  : स० [सं० भुक्ति] १. भोग करना। भोगना। जैसे—दंड़ भुगतना, सजा भुगतना। २. कार्य, व्यय आदि का भार अपने ऊपर लेना। जैसे—ब्याह का खरच हम भुगतेंगे। अ० १. समाप्त होना। पूरा होना। संयो० क्रि०—लेना। २. व्यतीत होना। ३. ऋण, देन आदि का पटना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
भुगतान  : पुं० [हिं० भुगतना] १. भुगतने की अवस्था, क्रिया या भाव। २. भुगताने की अवस्था, क्रिया या भाव। ३. देन, मूल्य आदि चुकाने की अवस्था, क्रिया या भाव।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
भुगतान-तुला  : स्त्री० [हिं०+सं०] व्यापारिक वस्तुएँ, पूँजी, सूद, बीमा-शुल्क, जहाज का किराया जिनके संबंध में एक देश को दूसरे देशों से कुछ परवाना हो या दूसरे देशों को देना हो। (बैलेन्स आफ पेमेंट)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
भुगताना  : स० [हिं० भुगतना का स०] १. कोई काम पूरा या संपादन करना। २. किसी को सुख-दुःख आदि का भोग करने में प्रवृत्त करना। ३. देन आदि चुकाना। भुगतान करना। ३. समय बिताना या लगाना। व्यतीत करना। जैसे—दरा-से काम में तुमने सारा दिन भुगता दिया।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
भुगति  : स्त्री०=भुक्ति। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ