शब्द का अर्थ
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रंगी :
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स्त्री० [सं० रंग+अच+ङीष्] १. शतमूली। २. कैवर्तिकी लता। वि० [हिं० रंग] १. विनोदशील प्रकृति का। २. मनमौजी। |
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समानार्थी शब्द-
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रंगीन :
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वि० [फा०] १. जिस पर कोई रंग चढ़ा हो। रँगा हुआ। रंगदार। जैसे—रंगीन साड़ी, रंगीन चित्र। २. जिसकी प्रकृति या स्वभाव में विनोद, विलास आदि तत्त्वों की प्रधानता हो। आमोदप्रिय और विलासी। ३. चमत्कारपूर्ण तथा विलासमय। जैसे—रंगीन तबीयत, रंगीन महफिल। |
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रंगीनबाजी :
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स्त्री०=रँगबाजी (चौसर का खेल)। |
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रंगीनी :
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स्त्री० [फा०] १. रंगीन होने की अवस्था या भाव। २. बनाव-सिंगार। सजावट। ३. प्रकृति या स्वभाव से रसिक और विनोदप्रिय होने की अवस्था या भाव। |
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रंगीरेटा :
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पुं० [देश] एक प्रकार का जंगली वृक्ष जो दारजिलिंग में अधिकता से होता है। |
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रंगीला :
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वि० [हिं० रंग+ईला (प्रत्यय)] [स्त्री० रँगीली] १. जिसकी प्रकृति या स्वभाव में रसिकता, विनोदशीलता आदि बातें मुख्य रूप से हों। रसिक-प्रकृति। रसिया। २. कई रंगों से युक्त होने के कारण आकर्षक और मनोहर लगनेवाला। जैसे—रँगीले छैल खेलैं होरी। |
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रंगीली टोड़ी :
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स्त्री० [हिं० रंगीला+टोड़ी (रागिन)] संपूर्ण जाति की एक रागिनी जिसमें सब शुद्ध स्वर लगते हैं। |
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