शब्द का अर्थ
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रग-पट्ठा :
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पुं० [फा० रग+पिं० पट्ठा] १. शरीर के भीतरी भिन्न-भिन्न अंग, मुख्यतः रगें और मांस-पेशियाँ। २. किसी विषय की भीतरी और सूक्ष्म बातें। मुहावरा—(किसी के) रग पट्ठे से परिचित या वाकिफ होना=किसी के रंग-ढंग, शक्ति, स्वभाव आदि से परिचित होना। खूब पहचानना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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