शब्द का अर्थ
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रज्जु :
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स्त्री० [सं०√सज् (रचना)+उ, नि, सिद्धि०] १. डोरी। रस्सी। २. घोड़े की लगाम। बागडोर० ३. स्त्रियों की चोटी बाँधने की डोरी। |
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समानार्थी शब्द-
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रज्जु-सर्प-न्याय :
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पुं० [सं० रज्जु-सर्प, सुप्सुपा० स० रज्जुसर्प-न्याय, ष० त०] रस्सी को अच्छी तरह न देख सकने के कारण भूल से साँप समझ लेने अथवा इसी प्रकार और किसी भ्रम में पड़ने की स्थिति या न्याय। |
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समानार्थी शब्द-
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रज्जुमार्ग :
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पुं० [सं०] ऊँची-नीची पंकिल या पहाड़ी जगहों, बड़े-बड़े कल-कारखानों आदि में एक स्थान से दूसरे स्थान तक चीजें पहुँचाने के लिए बड़े-बड़े खंभों में रस्से विशेषतः लोहे के छोटे रस्से बाँधकर बनाया जानेवाला मार्ग। (रोप-बे) |
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