शब्द का अर्थ
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रड़क :
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स्त्री० [हिं० रड़कना] १. किसी चीज के चुभने तथा पीड़ा देने की अवस्था या भाव। जैसे—आँख में होनेवाली रड़क। २. हल्का दर्द या पीड़ा। कसक। जैसे—घाव में कुछ रड़क हो रही है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रड़कन :
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स्त्री०=रड़क। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रड़कना :
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अ० [अं०] १. हल्का दरद होना। २. शरीर में किसी गड़ी या चुभी हुई चीज की कष्टदायक अनुभूति होना। जैसे—आँख में पड़ी हुई धूल या उसके कण का रड़कना। स० धक्का देना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रड़का :
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पुं० [?] झाड़ू। स्त्री०=रड़क। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रड़काना :
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स० [?] धक्का देकर निकालना या हटाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |