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रत्न-प्रभ  : पुं० [ब० स०] देवताओं का एक वर्ग।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
रत्न-प्रभा  : स्त्री० [ब० स०+टाप्] १. पृथ्वी। २. जैनों के अनुसार एक नरक।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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