शब्द का अर्थ
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रमक :
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पुं० [सं०√रम्+क्वुन्—अक] १. प्रेमपात्र। २. प्रेमी। ३. उपपति जार। स्त्री० [हिं० रमकना] १. झूलने की क्रिया या भाव। २. पेंगा। ३. तरंग। लहर। स्त्री० [अ० रमक] १. अंतिम श्वास। २. अंतिम जीवन। ३. किसी चीज में किसी दूसरी चीज का दिया जानेवाला हल्का पुट। |
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समानार्थी शब्द-
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रमकजरा :
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पुं० [हिं० राम+काजल] एक प्रकार का धान जो भादों में पकता है। |
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समानार्थी शब्द-
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रमकना :
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अ० [हिं० रमना] १. हिडोले पर झूलना। हिडोलें पर पेंग मारना। २. झूमते हुए चलना। अ० [हिं० रमक] किसी चीज में किसी दूसरी चीज में हलकी गन्ध, छाया या प्रभाव दिखाई देना। |
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