शब्द का अर्थ
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रसिया :
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पुं० [सं० रस+हिं० इया (प्रत्यय)] १. रस अर्थात् आनन्द लेने का शौकीन। जैसे—गाने-बजाने का रसिया। २. कामुक और व्यसनी व्यक्ति। ३. बुदेलखंड और ब्रज में होली के अवसर पर गाये जानेवाले हास-परिहास-मूलक एक तरह के गीत। ४. प्रेमी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रसियाव :
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पुं० [हिं० रस+इयाव (प्रत्यय)] रसावल। (दे०) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |