शब्द का अर्थ
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राक्षस :
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पुं० [सं० रक्षस्+अण्] [स्त्री० राक्षसी] १. असुरों आदि की तरह की एक बहुत ही भीषण तथा विकराल योनि। इस योनि के व्यक्ति बहुत ही अत्याचारी क्रूर, और नृशंस कहे गये हैं, और कुबेर के धनकोश के रक्षक कहे गये हैं। दैत्य। निशिचर। निश्चर। २. आठ प्रकार के विवाहों में से एक प्रकार का विवाह जो राक्षसों में प्रचलित था और जिसमें लोग कन्या को जबर्दस्ती उठा ले जाते और उससे विवाह कर लेते थे। ३. बहुत ही दुष्ट प्रकृति का और निर्दय व्यक्ति। ४. साठ संवत्सरों में से उनचासवाँ संवत्सर। ५. वैद्यक में गंधक और पारे के योग से बननेवाला एक प्रकार का रसौषध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राक्षस-ताल :
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पुं० [हिं०] तिब्बत की एक झील। रावण-ह्रद। मानतलाई। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राक्षसी :
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स्त्री० [सं० राक्षस+ङीष्] १. राक्षस की स्त्री। २. राक्षस स्त्री। दुष्ट, क्रूर स्वभाववाली स्त्री। वि० १. राक्षस का। राक्षस संबंधी। २. राक्षसों की तरह का। अमानुषिक तथा निर्दयतापूर्ण। जैसे—राक्षसी अत्याचार। |
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समानार्थी शब्द-
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