शब्द का अर्थ
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राज-योग :
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पुं० [सं० ष० त०, परनिपात] १. वह मूल योग जिसका प्रतिपादन पतंजलि ने योगशास्त्र में किया है। अष्टांग योग। २. फलित ज्योतिष के अनुसार कुछ विशिष्ट ग्रहों का योग जिसके जन्म-कुंडली में पड़ने से मनुष्य राजा या राजा के तुल्य होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राज-योग्य :
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पुं० [सं० ष० त०] चंदन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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