शब्द का अर्थ
|
राजग :
|
वि० पुं० =राजगामी (दे०)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगद्दी :
|
स्त्री० [हिं० राजा+गद्दी] १. वह आसन या गद्दी जिस पर राजा बैठता है। राजसिंहासन। २. वह अधिकार जो उक्त आसन पर बैठने पर प्राप्त होता है। ३. नये राजा के पहले पहल गद्दी पर बैठने के समय का उत्सव तथा दूसरे कृत्य। राज्याभिषेक। राज्यारोहण। ४. लाक्षणिक अर्थ में बहुत बड़ा अधिकार। (व्यंग्य)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगामी :
|
वि० [सं०] (संपत्ति) जो उत्तराधिकारी के अभाव में राज्य या शासन के अधिकार में आ जाय। पुं० ऐसी संपत्ति जो उत्तराधिकारी के अभाव में राज्य के अधिकार में आ गई हो। नजूल। (एस्चीट) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगिरि :
|
पुं० [सं० मध्य० स०] १. मगध देश का पर्वत। २. बथुआ नामक साग। ३. दे० ‘राजगृह’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगी :
|
स्त्री० [हिं० राजा+गी (प्रत्यय)] राजा होने की अवस्था, पद या भाव। राजत्व। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगीर :
|
पुं० [हिं० राज+फा० गीर] [भाव० राजगीरी] मकान बनानेवाला कारीगर। राज। थवई। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगीरी :
|
स्त्री० [हिं० राजगीर+ई (प्रत्यय)] राजगीर का कार्य या पद। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
राजगृह :
|
पुं० [सं० ष० त०] १. राजा के रहने का महल। राज-प्रसाद। २. बिहार में पटने के पास का एक प्रसिद्ध प्राचीन स्थान जिसे पहले गिरिवज्र कहते थे। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |