शब्द का अर्थ
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रूई :
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स्त्री० [सं० रोम, प्रा० रोवां=हिं० रोवां० रोईं] १. कपास के ढोंढ़ी या कोश के अन्दर का धूआ। तूल। क्रि० प्र०—तूमना।—धुनकना।—धुनना। पद—रूई का गाला= (क रूई के गाले की तरह कोमल या सफेद। (ख) सुंदर तथा सुकुमार। मुहावरा—रूई की तरह तूम डालना= (क) अच्छी या पूरी तरह से छिन्न-भिन्न या दुर्दशाग्रस्त करना। (ख) बहुत अधिक मारना-पीटना। (ग) गहरी छान-बीन करना। रूई की तरह धुनना=अच्छी तरह मारना पीटना। (अपनी) रूई सूत में उलझना या लिपटना=अपने काम में लगना। अपने काम-काज में फँसना। २. बीजों आदि के ऊपर का रोआँ। जैसे—सेमल की रूई। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रूईदार :
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वि० [हिं० रूई+फा० दार (प्रत्यय)] (सिला हुआ वस्त्र)। जिसमें रूई भरी गई हो। जैसे—रूईदार अंगा, रूईदार बंडी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |