वरद-मुद्रा/varad-mudra

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

वरद-मुद्रा  : स्त्री० [सं० कर्म० स०] दूसरों को यह जतानेवाली शारीरिक मुद्रा कि हम तुम्हें मनचाहा वर देने या तुम्हारी सब कामनाएँ पूरी करने को प्रस्तुत हैं। (इसमें देने का भाव सूचित करने के लिए हथेली ऊपर या सामने रखकर कुछ नीचे झुकाई जाती है)।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ