विस्फार/visphaar

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शब्द का अर्थ

विस्फार  : पुं० [सं० वि√स्फुर् (संचालन)+घञ्, उ-आ] [वि० विस्फारित] १. धनुष की टंकार। कमान चलाने का शब्द। धनुष की डोरी। ३. फैलाव। विस्तार। ४. तेजी। फुरती। काँपना। कंपन। ५. विकास।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विस्फारक  : पुं० [सं० विस्फार+कन्] एक प्रकार का विकट सन्निपात जिसमें रोगी को खाँसी, मूर्च्छा, मोह और कम्प होता है। वि० विस्फार करनेवाला।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विस्फारण  : पुं० [सं० वि√स्फुर् (हिलना)+ल्युट-अन] [भू० कृ० विस्फारित] १. खोलना या फैलाना। २. पक्षियों का डैने फैलाना। ३. फाड़ना। ४. धनुष चढ़ाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विस्फारित  : भू० कृ० [सं० विस्फार+इतच्] १. अच्छी तरह से खोला या फैलाया हुआ। जैसे—विस्फारित नेत्र। २. फाड़ा हुआ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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