शब्द का अर्थ
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शब्दवेध :
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पुं० [सं० शब्द√विध् (मारना)+घञ्] किसी ऐसे चिन्ह या लक्ष्य पर तीर चलाना जो देखा तो न गया हो परन्तु जिससे या जिसका होता हुआ शब्द सुना गया हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
शब्दवेधी (धिन्) :
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पुं० [सं० शब्द√विध् (वेधन करना)+णिनि] १. वह व्यक्ति जो बिना लक्षित किए ऐसे चिन्ह या लक्ष्य का वेधन करता हो जहाँ से कुछ शब्द हुआ हो। २. अर्जुन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |