शब्द का अर्थ
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					सँजोग					 :
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					पुं०=संजोग।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संजोगिता					 :
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					स्त्री०=संयोगिता।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संजोगिनी					 :
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					स्त्री०=संयोगिनी (जो वियोगिनी न हो अर्थात जिसका प्रेमी उसके पास हो।)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संजोगी					 :
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					वि० [सं० संयोगिन] १. संयुक्त, मिला हुआ। २. जो अपने प्रियतम के पास या साथ हो। संयोगी। ‘वियोगी’। का विपर्याय। पुं० एक तरह का बड़ा पिंजरा। जो वस्तुतः दोपिंजरों को जोड़कर बनाया गया होता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |