शब्द का अर्थ
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संगव :
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पुं० [सं०] प्रातःस्नान के तीन मुहुर्त बाद का समय जो दिन के पाँच भागों में से दूसरा है और जिसमें गौएँ दुहने के बाद चरने के लिए ले जायी जाती थीं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संगवाना :
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स० [सं० संगर] १. हत्या करना। मरवा। डालना। २. अधिकार या वश में करना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संगविनी :
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स्त्री० [सं० संगव+इनि] वह स्थान जहाँ गौएँ दुहने के लिए एकत्र की जाती थीं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |