शब्द का अर्थ
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					सँभार					 :
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					स्त्री०=सँभाल।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					संभार					 :
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					पुं० [सं०] १. एकत्र या इकट्ठा करना। संचय। २. साज-सामान। सामग्री। ३. आयोजन। तैयारी। ४. धन संपत्ति। ५. दल-झुंड। ६. ढ़ेर। राशि। ७. पालन-पोषण। ८. देख-रेख। निगरानी। ९. नियंत्रण। निरोध।				 | 
			
			
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					संभार तंत्र					 :
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					पुं० [सं०] आधुनिक युद्ध कला का वह अंग जिसमें सेना के संचालन, निवास आदि और सैनिको को उनकी आवश्यक सामग्री पहुँचाने की व्यवस्था होती है।				 | 
			
			
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					सँभारना					 :
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					स० [सं० स्मरण] स्मरण करना। याद करना। स०=सँभालना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					संभाराधिप					 :
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					पुं० [सं०] राजकीय पदार्थों का अध्यक्ष। तोश खाने का अफसर (शुक्रनीति)।				 | 
			
			
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					संभारी (रिन्)					 :
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					वि० [सं० संभार+इनि सं०√भू (भरण करना)+णिनि, संभारिन] [स्त्री० संभारिणीं] १. संभार करने वाला। २. भरा हुआ। पूर्ण।				 | 
			
			
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