शब्द का अर्थ
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					संयत्					 :
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					वि० [सं० सम्√यत्न (पद्य करना)+क्विप्-यम्+क्विप-तुक वा] १. संबद्ध। लगा हुआ। २. जिसका क्रम न टूटे। लगातार होनेवाला। पुं० १. नियत स्थान। २. करार। वादा। ३. लड़ाई-झगड़ा। ४. एक प्रकार की पुरानी चाल की ईट जो वेदी बनाने के काम आती थी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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