शब्द का अर्थ
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संशय-सम :
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पुं० [सं०] न्याय दर्शन में २ ४ जातियों अर्थात खंडन की असंगत युक्तियों में से एक। वादी के दृष्टांत में साध्य और असाध्य दोनों प्रकार के धर्मों का आरोप करके उसके साध्य विषय को संदिग्ध सिद्ध करने का प्रयत्न। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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