शब्द का अर्थ
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					संशित					 :
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					भू० कृ० [सं० सम्√शो+क्त] १. सान पर चढ़ाकर चोखा या तेज किया हुआ। २. उद्यत। तत्पर। ३. दक्ष। निपुण। ४. दृढ। पक्का। जैसा—संशित व्रत।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					संशितात्मा (त्मन्)					 :
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					वि० [कर्म० स०] जिसने दृढ संकल्प कर लिया हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संशिति					 :
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					स्त्री० [सं०√शो (तेज करना आदि)+क्तिज] १. संशय। संदेह। शक। २. सान पर चढाकर धार तेज करने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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