शब्द का अर्थ
|
सगुन :
|
पुं० १. =सगुण। २. =शकुन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सगुनाना :
|
स० [सं० शकुन, हिं० सगुन+इया (प्रत्य०)] वह मनुष्य जो लोगो को शकुनों के शुभाशुभ फल बतलाता हो। शकुन विचरने और उनका फल बतलाने वाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सगुनौती :
|
स्त्री० [हि० सगुन] १. शकुन विचारने की क्रिया या भाव। २. वह पुस्तक जिसमें शकुनों के अच्छे और बुरे फलों का विमेचन हो। ३. मंगलाचरण। मंगलपाठ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |